रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वैगनर चीफ प्रिगोझिन तक पहुंचने की कसम खाई है और उन्हें चेतावनी दी है। पुतिन ने इसके साथ ही विद्रोह करने वालों और पश्चिमी देशों पर निशाना साधा है। उन्होंने यह भी दावा किया है कि वह रूसी सेना के लड़ाकों को रूसी मिलिट्री में शामिल होने का ऑफर देंगे। पुतिन ने विद्रोहकारियों को कड़ी सजा देने का भी वादा किया है।

पुतिन के इस संबोधन में उन्होंने कहा है कि पश्चिमी देशों ने रूस को गृह युद्ध की तरफ से उकसाने की कोशिश की है। उन्होंने यह भी बताया है कि रूस पहले से ही बाहरी खतरों और विदेशों के दबाव का सामना कर रहा है। पुतिन ने बयान में दिखाए गए आक्रामक रवैये के बारे में भी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि विद्रोह के दौरान खूनखराबे से बचने का आदेश दिया गया था, जबकि दूसरे देश चाहते थे रूस के लोगों को आपस में ही लड़ाई में शामिल होने के लिए मजबूर करें।

वैगनर चीफ के मामले में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की चेतावनी के बाद, रूस और पश्चिमी देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। पुतिन ने पश्चिमी देशों को विद्रोहकारियों का समर्थन करने के आरोप में घेरा है और उन्हें देशद्रोह करने के लिए दोषी ठहराया है। इसके साथ ही वैगनर चीफ के लड़ाकों को रूसी सेना में शामिल होने का ऑफर भी दिया गया है।

पुतिन के इस बयान से पश्चिमी देशों में उथल-पुथल मची हुई है। यह घटना रूसी-पश्चिमी तनाव को बढ़ा सकती है और विवादों को गहराने का आशंका है। यूक्रेन और बेलारूस जैसे देशों में इसका व्यापक प्रभाव देखा जा सकता है। पुतिन के बयान में वैगनर चीफ के लड़ाकों को रूसी सेना में शामिल होने का ऑफर देने का अपेक्षित प्रभाव हो सकता है, जो इस संघर्ष को और तेज बना सकता है।

रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने वैगनर चीफ प्रिगोझिन को चेतावनी दी, तनाव में बढ़त

मॉस्को: शनिवार को रूस में हुई तख्तापलट की नाकाम कोशिशों के बाद कई लोग सवाल पूछ रहे थे कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कहां हैं। सोमवार को एक टेलीविजन संबोधन के साथ ही पुतिन ने सबको शांत करा दिया। पुतिन ने अपने इस संबोधन में कसम खाई है कि वह वैगनर के मुखिया येवेगनी प्रिगोझिन को बख्‍शेंगे नहीं। साथ ही उन्‍होंने कहा है कि जिन लोगों ने भी रूस में तख्‍तापलट की असफल कोशिशों में साथ दिया है, उन्‍हें भी छोड़ा नहीं जाएगा। पुतिन ने शनिवार को उठी उठापटक को ‘देशद्रोह’ करार दिया है। इसके साथ ही उन्‍होंने पश्चिमी देशों पर भी निशाना साधा।

पुतिन ने दी चेतावनी पुतिन का कहना था कि रूस को एक गृह युद्ध की तरफ से लेकर जाने वालों को उकसाने में पश्चिमी देश शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि पश्चिमी देश रूस के बारे में अवमानजनक भाषण और कदम उठा रहे हैं। वे कहा कि रूस के आर्थिक माहौल को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है और उन्होंने वैश्विक नियमों और विवेकाधिकार का उल्लंघन किया है। पुतिन ने इसके साथ ही रूस की रक्षा क्षमता की प्रशंसा की और कहा कि वे अपनी देश की सुरक्षा के लिए कोई भी कठिनाई को सामने नहीं लेंगे। वे यह भी दावा करते हैं कि रूस पश्चिमी देशों के लिए खतरा नहीं है, बल्कि उन्हें दोस्ताना संबंध बनाने की कोशिश कर रही है।

पुतिन के इस बयान के बाद, वैगनर चीफ प्रिगोझिन को चेतावनी मिली है कि उन्हें अपनी जिम्मेदारियों को समझने और पूरा करने की आवश्यकता है। इसके साथ ही, रूस में तनाव बढ़ रहा है और वैगनर की सुरक्षा में और भी व्यापक उठापटक हो सकती है।

वैगनर चीफ प्रिगोझिन के मामले में रूस और पश्चिमी देशों के बीच तनाव में बढ़त

रूस और पश्चिमी देशों के बीच वैगनर चीफ प्रिगोझिन के मामले में तनाव बढ़ रहा है। पुतिन की चेतावनी के बाद, पश्चिमी देशों ने रूस के खिलाफ नए साधनों के लिए आपत्ति जताई है और उन्हें निशाना बनाया है। पश्चिमी देशों ने इस मामले में रूस को द्विपक्षीय संबंधों की पालन करने की आवश्यकता बताई है और वैगनर के सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है।

पश्चिमी देशों ने रूस के मामले में सख्त एकजुटता दिखाई है और उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को वैगनर चीफ प्रिगोझिन के मामले में समय लेने के लिए बुलाया है। वहीं, रूस ने इस परिस्थिति का मुद्दा बनाकर पश्चिमी देशों को आराम से बदलने की चेतावनी दी है और अपनी राष्ट्रिय हितों की रक्षा करने की प्रतिबद्धता जताई है।

वैगनर चीफ प्रिगोझिन के मामले में तनाव बढ़ने से राष्ट्रपति पुतिन की प्रशांति और सुरक्षा की नीतियों पर दबाव पड़ सकता है।

वैगनर चीफ प्रिगोझिन के मामले में रूस और पश्चिमी देशों के बीच तनाव में बढ़त

तनाव और संघर्ष वैगनर चीफ प्रिगोझिन के मामले में रूस और पश्चिमी देशों के बीच तेजी से बढ़ रहा है। इस मामले के कारण, राष्ट्रपति पुतिन को अपनी राष्ट्रिय सुरक्षा और संरक्षण की नीतियों को पुनर्विचार करने की आवश्यकता महसूस हो रही है। पश्चिमी देशों ने रूस के खिलाफ विभिन्न आरोप लगाए हैं, जैसे कि साइबर हमले, न्यूक्लियर खतरा, अपशब्दिता और आपातकालीन साधनों का उपयोग करने की आशंका।

वैगनर चीफ प्रिगोझिन, जो रूस की अग्रणी हरकत करने के लिए जिम्मेदार हैं, रूस सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष भी हैं। इस मामले में, उन्हें विशेष ध्यान देने की जरूरत है ताकि वे रूस की सुरक्षा और संरक्षण की नीतियों को सुनिश्चित कर सकें। पश्चिमी देशों ने भी अपने विभिन्न उच्च स्तरीय अधिकारियों को संगठित किया है