यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे विवादों में एक महत्वपूर्ण घटना की खबरें सामरिक विस्तार कर रही हैं। ब्रेकिंग न्यूज़ के मुताबिक, यूक्रेन पर मिसाइलों की बारिश करने वाले एक रूसी सैन्य कमांडर की हत्या की गई है। इस सैन्य कमांडर का नाम स्टैनिस्लाव रज़ित्स्की है और वह यूक्रेन के ब्लैक लिस्ट में शामिल था। उन्होंने काला सागर में एक रूसी परमाणु पनडुब्बी की कमान संभाली थी और उसके जरिए यूक्रेन पर सैकड़ों मिसाइलें दागी गई थीं। रूसी सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि स्टैनिस्लाव रज़ित्स्की को सोमवार को दक्षिणी शहर क्रास्नोडार में गोली मार दी गई।

इस घटना के पीछे यूक्रेन का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है, हालांकि यूक्रेन ने अभी तक इसकी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। रूस के अंदर कई युद्ध समर्थकों और सैन्य अधिकारियों की हत्याएं हो चुकी हैं, लेकिन इस पर पुतिन की सुरक्षा एजेंसियाँ कोई कार्रवाई नहीं कर पा रही हैं। इस घटना के बाद रूसी सुरक्षा सेवाओं से जुड़े एक टेलीग्राम चैनल ने बताया कि हत्यारे ने रज़ित्स्की की गतिविधियों को एक ऐप पर ट्रैक किया होगा और उसने अपने नियमित जॉगिंग रूट का विवरण पोस्ट किया था। यह इंफर्मेशन यूक्रेनी वेबसाइट मायरोटवोरेट्स (पीसमेकर) पर भी मौजूद है, जो यूक्रेन के दुश्मन माने जाने वाले लोगों का एक अनौपचारिक डेटाबेस है।

इस घटना के बाद सुरक्षा सेवाओं के साथ जुड़े रूसी टेलीग्राम चैनल ने कहा कि रज़ित्स्की पहले से ही शहर में मिलिट्री मोबाइलाइजेशन के डिप्टी हेड थे और उन्होंने काला सागर में “क्रास्नोडार” पनडुब्बी की कमान संभाली थी। उन्हें पीठ और सीने में चार बार गोली मारी गई और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके अलावा, एक यूक्रेनी टेलीग्राम चैनल ने बिना सबूत बताए

यूक्रेन युद्ध: रूसी सैन्य कमांडर की हत्या और पुतिन की अकार्यक्षमता

यूक्रेन युद्ध में हाल ही में हुई एक घटना ने एक नया मोड़ लिया है। रूसी सैन्य कमांडर, स्टैनिस्लाव रज़ित्स्की की हत्या ने इस विवाद को और तीव्र बना दिया है। रज़ित्स्की, जो यूक्रेन के ब्लैक लिस्ट में शामिल था और उसने काला सागर में रखी गई रूसी परमाणु पनडुब्बी की कमान संभाली थी, के द्वारा यूक्रेन पर मिसाइलों की बारिश गिराई गई थी।

हत्या के पश्चात उठी आशंकाएं हैं कि यह उचित हो सकता है कि यूक्रेन इस घटना के पीछे का हाथ रखे हों। हालांकि, यूक्रेन ने इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है और मामले की जांच जारी है।

इस घटना के अलावा, रूसी सुरक्षा सेवाओं को इसके पहले भी कई हमलों का सामना करना पड़ा है, जिनमें सैन्य अधिकारियों और समर्थकों की हत्या शामिल है। इसके बावजूद, पुतिन की सुरक्षा एजेंसियां इन हमलों पर कोई सकारात्मक कदम नहीं उठा पा रही हैं, जिससे उठता है कि उनकी अकार्यक्षमता इस मामले में जगह बना रही है।

हत्या के बाद सामरिक विशेषज्ञों ने रज़ित्स्की के व्यक्तिगत विवरण और उनके पते के बारे में जानकारी दी है, जो यूक्रेनी वेबसाइट मायरोटवोरेट्स (पीसमेकर) पर मौजूद है। यह वेबसाइट यूक्रेन के दुश्मन माने जाने वाले लोगों के एक अनौपचारिक डेटाबेस के रूप में जानी जाती है।

इस घटना के पश्चात, सुरक्षा सेवाओं से जुड़े रूसी टेलीग्राम चैनल ने बताया कि हत्यारे ने रज़ित्स्की की गतिविधियों को एक ऐप पर ट्रैक किया होगा और उन्होंने अपने नियमित जॉगिंग रूट का विवरण पोस्ट किया था। यह घटना रूस के अंदर उग्रवादी धाराओं की चर्चा को ताजगी देगी, क्योंकि पहले भी रूस के अंदर कई युद्ध-समर्थक रूसी हस्तियों की हत्या की जा चुकी है।

यूक्रेन युद्ध: रूसी सैन्य कमांडर की हत्या और पुतिन की अकार्यक्षमता

यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध में एक महत्वपूर्ण घटना हुई है, जिसमें एक रूसी सैन्य कमांडर की हत्या की गई है और पुतिन की अकार्यक्षमता पर सवाल उठ रहे हैं। इस घटना के पीछे यह संदेह है कि यूक्रेन इसके पीछे हो सकता है, लेकिन अभी तक इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। यह घटना रूसी सुरक्षा एजेंसियों की असफलता को दर्शाती है जो इस तरह की हत्याओं को रोकने में असमर्थ हो रही हैं।

सैन्य कमांडर स्टैनिस्लाव रज़ित्स्की, जो यूक्रेन के ब्लैक लिस्ट में शामिल थे, को सोमवार को दक्षिणी शहर क्रास्नोडार में गोली मार दिया गया। रज़ित्स्की ने काला सागर में एक रूसी परमाणु पनडुब्बी की कमान संभाली थी, जिसके जरिए वे यूक्रेन पर मिसाइल हमलों का आयोजन करते थे। इस हत्या के पीछे यूक्रेन के हाथ होने की आशंका जताई जा रही है, लेकिन यूक्रेन ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है।

इसके पहले भी रूस के अंदर कई युद्ध समर्थकों और सैन्य अधिकारियों की हत्याएं हुई हैं, लेकिन पुतिन की सुरक्षा एजेंसियाँ इन हमलों पर कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं कर पा रही हैं। यह घटना और अन्य हत्याओं ने पुतिन की अकार्यक्षमता को उजागर किया है और इससे उठता है कि वह युद्ध समर्थकों की सुरक्षा में पूरी तरह से सक्षम नहीं हैं।

इस घटना के बाद सुरक्षा सेवाओं से जुड़े रूसी टेलीग्राम चैनल ने बताया कि हत्यारे ने रज़ित्स्की की गतिविधियों को एक ऐप पर ट्रैक किया होगा और उन्होंने अपने नियमित जॉगिंग रूट का विवरण पोस्ट किया था। यह दर्शाता है कि रज़ित्स्की को पहले से ही ध्यान में रखा जा रहा था और उसके हमले की योजना की जानकारी रूसी एजेंसियों के पास होनी चाहिए थी।

पुतिन के नियंत्रण में यूक्रेन युद्ध में रूसी सैन्य कमांडर की हत्या

यूक्रेन युद्ध में हाल ही में हुई रूसी सैन्य कमांडर की हत्या ने पुतिन की अकार्यक्षमता और उसके नियंत्रण में यूक्रेन संघर्ष में किए जा रहे दुष्प्रभाव को नजरअंदाज़ कर दिया है। इस हत्या के माध्यम से, यह स्पष्ट होता है कि पुतिन और उसकी सुरक्षा एजेंसियाँ अपनी सेना को सुरक्षित नहीं रख पा रही हैं। इसके साथ ही, यह घटना रूस और यूक्रेन के बीच तनाव को बढ़ा सकती है और नए संघर्षों की संभावना को उजागर कर सकती है।

हालांकि, यह हत्या बस एक घटना नहीं है जो पुतिन की अकार्यक्षमता को उजागर करती है। इससे पहले भी रूस के अंदर कई युद्ध समर्थकों और सैन्य अधिकारियों की हत्याएं हुई हैं, और इनमें से बहुत सी हत्याएं बिना किसी संभावित दण्डाधिकारी कार्रवाई के रह गई हैं। यह पुतिन की सुरक्षा एजेंसियों की असफलता को दर्शाता है और उनके युद्ध समर्थकों के नियंत्रण में बढ़ते खतरों को दिखाता है।

इस हत्या के पीछे यूक्रेन के हाथ होने की आशंका है, लेकिन यह अभी तक केवल संदेह ही है और उसकी पुष्टि नहीं की गई है। यूक्रेन ने इसके लिए किसी आधिकारिक जवाब नहीं दिया है और घटना की जांच जारी है। हालांकि, इससे पहले की हत्याओं में भी यूक्रेन का हाथ होने के संदेह थे, जो इस विवाद को और भी ज्यादा मुद्दा बना सकता है।

इस वक्तव्य के बावजूद, पुतिन की सुरक्षा एजेंसियों की अकार्यक्षमता और रूस के अंदर युद्ध समर्थकों के स्थिरता पर सवाल उठ रहे हैं। रूस के अंदर बढ़ते हिंसा और संघर्ष के खतरे को देखते हुए, यह संदेश मिलता है कि पुतिन को अपनी सुरक्षा नीतियों को संशोधित करने की आवश्यकता है और उसे अपने युद्ध समर्थकों की सुरक्षा को बेहतर ढंग से सुनिश्चित करनी चाहिए।