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भागलपुर जिले में स्कूली बच्चों के लिए एक बड़ा फैसला लिया गया है। जिसमें स्कूल के टाइम में कुछ बदलाव किए गए हैं। जिले में लगातार भीषण गर्मी के चलते, कक्षा 8 तक के सभी छात्रों के लिए 23 अप्रैल तक स्कूल बंद कर दिया गया है। लेकिन कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों को स्कूल जारी रखा गया है।

इस फैसले के साथ ही, डीएम सुब्रत कुमार सेन ने स्कूल के टाइम में भी कुछ बदलाव किए गए हैं। अब हाई और हायर सेकंडरी स्कूलों का टाइम दोपहर से पहले रखा जाएगा। जिससे स्कूली बच्चों को बड़ी राहत मिलेगी। इसके साथ ही ये भी निर्देश दिए गए हैं कि स्कूलों को जल्द से जल्द एयर कंडीशनर लगवाए जाएं। ताकि बच्चों को गर्मी का सामना करने की जरूरत ना पड़े।

भागलपुर जिले में बच्चों को गर्मी के कारण बहुत परेशानी होती है। लेकिन इस बड़े फैसले से उन्हें बड़ी राहत मिलेगी।

इस फैसले से स्कूली बच्चों को बड़ी राहत मिली है। इससे न केवल उन्हें धूप के कारण होने वाली परेशानी से बचाया जा रहा है, बल्कि उनके शैक्षणिक उन्नयन पर भी अच्छा असर पड़ेगा।

अगर आप भागलपुर में किसी स्कूल में पढ़ते हैं तो नए स्कूल टाइम के बारे में जानकारी प्राप्त करें। इससे आप अपने बच्चे की सुरक्षा और उनके शैक्षणिक उन्नयन के लिए अधिक सतर्क रह सकते हैं।

अगले कुछ दिनों में स्कूल खुलने वाले हैं, इसलिए सभी अभिभावकों से अनुरोध है कि उन्हें इस नए स्कूल टाइम के बारे में अच्छी तरह से जानकारी लेनी चाहिए और अपने बच्चों को समय पर स्कूल भेजने के लिए प्रोत्साहित करें।

आखिर में, यह नया स्कूल टाइम भागलपुर के स्कूली बच्चों के लिए एक बड़ी राहत है। इससे उन्हें धूप के कारण होने वाली परेशानियों से बचाया जा रहा है और उनके शैक्षणिक उन्नयन पर भी अच्छा असर पड़ेगा।

“भागलपुर जिले में कोविड संक्रमण से बचाव के लिए स्कूलों के टाइम में बदलाव”

भागलपुर जिले में कोविड संक्रमण के फैलाव से जुड़ी ताजा खबरों के बीच, स्कूली बच्चों के लिए एक बड़ा निर्णय लिया गया है। जिले के सभी सरकारी तथा प्राइवेट स्कूलों में, कक्षा 8 तक के छात्रों के लिए स्कूल बंद कर दिया गया है, जबकि कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों को स्कूल जाना जारी रहेगा। इस समय में, जब भारत में कोविड के मामले बढ़ रहे हैं, भागलपुर जिले में इस फैसले को लेना बहुत जरूरी है।

भागलपुर जिले के तमाम सरकारी तथा प्राइवेट स्कूलों के लिए इस निर्णय को लागू करने का उद्देश्य, छात्रों को कोविड संक्रमण से बचाना है। जैसा कि हम सभी जानते हैं, कोविड संक्रमण की स्थिति वर्तमान समय में बहुत नाजुक है। ऐसे में, स्कूलों को खोलना अभी बहुत खतरनाक हो सकता है, इसलिए यह निर्णय स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।

स्कूलों के टाइम में बदलाव लाने के साथ ही, जिले के सभी सरकारी तथा प्राइवेट

इस स्थिति को देखते हुए, भागलपुर जिले के स्कूलों के टाइम में बदलाव किया गया है ताकि बच्चों को गर्मी के दौरान अधिक सुरक्षा मिल सके। नए टाइम तालिका के अनुसार, सभी हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल अब सुबह 7:30 से दोपहर 12:30 बजे तक खुलेंगे। इसके बाद, स्कूल को बंद कर दिया जाएगा जबकि यूनिवर्सल स्कूल शाम 2 बजे तक खुला रहेगा।

इस फैसले का उद्देश्य स्कूली बच्चों की सुरक्षा और उनके स्वास्थ्य की देखभाल करना है। गर्मियों में तापमान बढ़ने से, स्कूली बच्चों के लिए उचित सुरक्षा सुनिश्चित करना जरूरी है। स्कूलों के अलावा, भागलपुर जिले के अन्य क्षेत्रों में भी स्थानों की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए अन्य नए कदम उठाए जा रहे हैं।

स्थानों के लिए विशेष ध्यान देने के लिए, जिला प्रशासन ने इस समय एक खास टीम तैयार की है जो स्कूलों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार होगी। इस टीम के सदस्यों का काम स्कूल में छात

इस संकट के समय में स्कूलों में सुरक्षित रूप से विद्यार्थियों को पढ़ाई जारी रखने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानें

भारत के भिन्न-भिन्न राज्यों में कोविड संक्रमण के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखी जा रही है। इस समय में स्कूलों को खुले रखने से आम लोगों की समस्याओं को बढ़ावा मिल सकता है इसलिए भागलपुर जिले में स्कूल के टाइम में बदलाव किया गया है। इस संकट के समय में स्कूलों में सुरक्षित रूप से विद्यार्थियों को पढ़ाई जारी रखने के लिए कदम उठाए गए हैं।

भागलपुर जिले में अब स्कूल केवल कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए खुले रहेंगे। अन्य कक्षाओं के लिए ऑनलाइन पाठ्यक्रम जारी रखे जाएंगे। इस निर्णय से स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखा जाएगा और विद्यार्थियों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाएगा।

इस संकट के समय में स्कूलों में सुरक्षा को बनाए रखने के लिए विद्यार्थियों को कुछ नियमों का पालन करना होगा। स्कूल में आने से पहले छात्रों को थर्मल स्कैनिंग किया जाएगा और हाथ में सेनेटाइजर लगाने के लिए कहा ज

भागलपुर जिले में स्कूलों में सुरक्षित रूप से विद्यार्थियों को पढ़ाई जारी रखने के लिए कुछ उठाए गए कदम हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोविड-19 संक्रमण की संभावना कम हो, सभी स्कूलों द्वारा सख्त उपाय अपनाए गए हैं। स्कूल एवं कॉलेजों में बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए निम्नलिखित कदम उठाए जाते हैं।

  1. मास्क पहनें: सभी छात्रों को स्कूल में पहने जाने वाले मास्क का उपयोग करना अनिवार्य है। छात्रों को स्कूल में प्रवेश करते समय अपना मास्क लगाना होगा और स्कूल के अंदर भी उन्हें मास्क पहने रखना होगा।
  2. सैनिटाइज करें: स्कूलों में हाथों को सैनिटाइज करने के लिए सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है। छात्रों को स्कूल में प्रवेश करते समय सैनिटाइजर का उपयोग करना होगा।
  3. सोशल डिस्टेंसिंग: स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाना चाहिए। छात्रों को दूसरों से कम से कम 6 फीट की दूरी रखनी चाहिए।
कोविड संकट से निपटने के लिए स्कूलों में सुरक्षित रूप से पढ़ाई जारी रखने के लिए निशुल्क ऑनलाइन शिक्षा के फायदे

कोविड संकट से निपटने के लिए स्कूलों में सुरक्षित रूप से पढ़ाई जारी रखने के लिए निशुल्क ऑनलाइन शिक्षा के फायदे

कोविड संक्रमण की वजह से पूरी दुनिया में स्कूलों में अध्ययन करने वाले छात्रों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा है। अनेक राज्यों ने अपने छात्रों को स्कूलों से निकाल दिया है। लेकिन कुछ राज्य ने ऐसे कदम उठाए हैं जो अध्ययन के अवसरों के संबंध में सकारात्मक तथा सुरक्षित निष्कर्ष उठाने के लिए समर्थन करते हैं। उनमें से एक फायदा यह है कि स्कूलों में अध्ययन करने की बजाय ऑनलाइन शिक्षा का उपयोग करके अध्ययन करने की अनुमति दी जाती है।

ऑनलाइन शिक्षा का उपयोग करने से अध्ययन के अवसर बढ़ते हैं। छात्रों के पास विभिन्न संसाधन होते हैं जैसे कि इंटरनेट कनेक्शन, स्क्रीन, इलेक्ट्रॉनिक नोटिस, इत्यादि। इसके अलावा, छात्रों को अपनी जटिलताओं तथा समझदारी के आधार पर अध्ययन करने का अव

इस संकट के समय में स्कूलों में सुरक्षित रूप से विद्यार्थियों को पढ़ाई जारी रखने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानें

भारत में कोविड-19 महामारी देश के हर क्षेत्र में असर डाल रही है। संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण भारत सरकार ने देशभर में लॉकडाउन लगा दिया है। इस लॉकडाउन के दौरान स्कूलों में पढ़ाई रोक दी गई है।

हालांकि, कुछ राज्यों में सरकार ने अनिवार्य रूप से कुछ वर्गों के स्कूलों को खोलने का फैसला लिया है। भागलपुर जिले में भी कुछ स्कूलों को खोलने का निर्णय लिया गया है। इससे स्कूली बच्चों को रोज़गारी व विद्या समाप्ति से बचाया जा सकता है।

भागलपुर जिले के डीएम सुब्रत कुमार सेन ने निर्देश दिए हैं कि उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के टाइमिंग दोपहर से पहले का रखा जाए। इससे स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को दिन के ज्यादातर समय घर पर बिताने का मौका मिलेगा।